खेल कूद क्षेत्र में :

स्वास्थ-गंगा जी की गोदी में बसने के कारण इस गाँव के लोगो का स्वास्थ अच्छा रहा है । पहले दूध की प्रचुरता थी । इस गाँव मे कई पहलवानी आखाड़े चलते थें। शेरपुर के पूरव का पहलवानी आखड़ा जो भिमल राय के समय से चल रहा था बड़ा नामी था। कुश्ती के क्षेत्र समय गाँव केे बहुत अच्छे पहलवान हुये हैं। उन्नीसवीं शताब्दी में भिमल राय , मुरली उपाघ्याय, भगवान सरन उपाध्याय अच्छे कुश्ती लड़ाकू रहे हैं। बीसवी शताब्दी में प्रथम तीन दशक में राम सुमेर राय, राम लक्षन राय, सीरी उपाध्याय, करिया उपाध्याय, फकीर गड़रेरिया व इन्द्र्रदेव राय कुश्ती में काफी नाम कमाये हैं। पश्चिम के अखाडे मे रामलक्षन राय पहलवान, इन्द्रदेव राय पहलवान, देवरिया जनपद में तमकुही स्टेट में कुश्ती लड़ने जाया करते थे और काफी इनाम जीत कर लाते थे। सन् 1947 के पश्चात के पहलवान नागा यादव, जगदीश राय, हरिहर राय व विनय कुमार राय शेरपुर खुर्द तथा शिवकुमार राय, राम आधार राय, राम नारायण राय, बैजनाथ राय आदि अच्छे पहलवान हुये हैं। नौजवानों में नारायन राय एक वर्ष मिस्टर बी0एच0यू0 रहे हैं। कुश्ती के अलावा खेलकूद में भी इस गाँव के कुछ युवक बाहर नाम किये है। शेरपुर खुर्द के विनय कुमार राय सीमा सुरक्षा बल में कार्य करते हुये पहलवानी तथा खेलकूद में काफी ईनाम पाये है। वालीवाल का खेल इस गाँव का प्रमुख खेल हैं। इस क्षे़त्र में कई नवयुवक देश स्तर के वालीवाल के खिलाड़ी हुये है । इस खेल के आधार पर कई युवकों को इस कोटा से नौकरी प्राप्त हुई हैं। स्व0 नारायणराय साट पुट एव़ जेवलिन थ्रो में प्रदेश स्तर पर नाम किये हैं। इस गाँव में मुख्य चार खेल-कूद का मैदान है |
1. शहीद क्लब ग्राउण्ड ( मिनी स्टेडियम )
2. जय क्लब ग्राउण्ड
3. महावीर क्लब ग्राउण्ड
4. ब्यमशाला ग्राउण्ड
इन ग्राउण्ड से कई नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ स्पोर्ट्स (एनआईएस) कोच हुए है |